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    High Blood Pressure Myths: हाई ब्लड प्रेशर है साइलेंट किलर, इन 10 बातों को सच मानना पड़ सकता है भारी

    5 days ago

    How To Control Blood Pressure: हाई ब्लड प्रेशर यानी हाइपरटेंशन आज एक आम समस्या बन चुकी है, जिससे दुनियाभर में लाखों लोग प्रभावित हैं. इसके बावजूद इसे लेकर लोगों के मन में कई गलत धारणाएं बनी हुई हैं, जो सेहत को गंभीर नुकसान पहुंचा सकती हैं. अगर समय रहते सच्चाई न समझी जाए, तो हार्ट अटैक और स्ट्रोक जैसी जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. सबसे बड़ी गलतफहमी यह है कि हाई ब्लड प्रेशर होने पर लक्षण जरूर दिखते हैं. हकीकत यह है कि अधिकतर लोगों को कोई लक्षण महसूस ही नहीं होते. यही वजह है कि इसे साइलेंट किलर कहा जाता है. कई बार लोगों को तब पता चलता है, जब हालत गंभीर हो चुकी होती है. इसलिए नियमित रूप से बीपी चेक कराना बेहद जरूरी है. 

    आजकल यूथ सबसे ज्यादा प्रभावित

    एक और आम धारणा है कि हाई ब्लड प्रेशर सिर्फ बुजुर्गों को होता है. जबकि सच्चाई यह है कि आजकल युवा भी इसकी चपेट में आ रहे हैं. मोटापा, ज्यादा नमक और तला-भुना खाना, एक्सरसाइज की कमी और पारिवारिक हिस्ट्री इसके बड़े कारण हैं. अच्छी बात यह है कि सही लाइफस्टाइल अपनाकर किसी भी उम्र में इसे कंट्रोल किया जा सकता है. कई लोग मानते हैं कि अगर परिवार में बीपी की समस्या है तो इसे रोका नहीं जा सकता. यह पूरी तरह गलत है. जीन का असर जरूर होता है, लेकिन आपकी रोजमर्रा की आदतें ज्यादा अहम होती हैं।. हेल्दी डाइट, नियमित एक्सरसाइज, वजन कंट्रोल और नशे से दूरी बीपी को काबू में रख सकती है. 

    आपकी आदतें करती हैं ट्रिगर

    तनाव को भी लोग हाई ब्लड प्रेशर का मुख्य कारण मानते हैं. तनाव से बीपी कुछ समय के लिए बढ़ सकता है, लेकिन लंबे समय तक हाई रहने की असली वजह गलत आदतें होती हैं, जैसे स्मोकिंग, शराब या ज्यादा खाना. तनाव को सही तरीके से संभालना, जैसे योग, ध्यान और अच्छी नींद, काफी मददगार साबित होता है. एक और खतरनाक सोच यह है कि दवा लेने के बाद लाइफस्टाइल बदलने की जरूरत नहीं रहती. जबकि सच यह है कि दवाएं तभी बेहतर काम करती हैं, जब उनके साथ हेल्दी आदतें भी अपनाई जाएं.कई मामलों में सही जीवनशैली से दवाओं की मात्रा तक कम हो सकती है.

    बीपी और एक्सरसाइज का रिलेशन

    कुछ लोग सोचते हैं कि हाई बीपी में एक्सरसाइज नहीं करनी चाहिए. जबकि नियमित शारीरिक गतिविधि बीपी कंट्रोल करने का सबसे अच्छा तरीका है. हफ्ते में कम से कम 150 मिनट की हल्की या मध्यम एक्सरसाइज दिल को मजबूत बनाती है. यह भी एक बड़ा भ्रम है कि बीपी कंट्रोल में आते ही दवा बंद कर दी जाए. हाई ब्लड प्रेशर एक लंबे समय तक चलने वाली बीमारी है. डॉक्टर की सलाह के बिना दवा छोड़ना खतरनाक हो सकता है. कई लोग मानते हैं कि थोड़ा-सा बढ़ा बीपी कोई बड़ी बात नहीं है. जबकि हल्का हाई बीपी भी धीरे-धीरे दिल, किडनी और दिमाग को नुकसान पहुंचा सकता है. एक बात जो हमेशा ध्यान रखना चाहिए कि सिर्फ नमक कम करना ही काफी नहीं होता. फल, सब्जियां, साबुत अनाज और प्रोटीन से भरपूर  डाइट बीपी कंट्रोल में अहम भूमिका निभाती है.

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    Disclaimer: यह जानकारी रिसर्च स्टडीज और विशेषज्ञों की राय पर आधारित है. इसे मेडिकल सलाह का विकल्प न मानें. किसी भी नई गतिविधि या व्यायाम को अपनाने से पहले अपने डॉक्टर या संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.

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